LU Online Course: लखनऊ यूनिवर्सिटी के ऑनलाइन कोर्स में एडमिशन शुरू, फॉर्म-फीस समेत पूरी डिटेल
ऐसे छात्र जिन्हें लखनऊ विश्वविद्यालय के ऑफलाइन कोर्सों में दाखिला नहीं मिल पाया, वे अब एलयू के ऑनलाइन कोर्स में एडमिशन लेकर अपना साल बचा सकते हैं। लखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर से ऑनलाइन कोर्सों में आवेदन के लिए फॉर्म जारी कर दिया गया है। अभ्यर्थी एलयू वेबसाइट luonlineeducation.in पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 15 नवंबर और आवेदन शुल्क 250 रुपये है।
LU Online Admission: सीट की लिमिट नहींएलयू सेंटर फॉर ऑनलाइन ऐंड डिस्टेंस एजुकेशन के निदेशक प्रो. पीयूष भार्गव ने बताया कि विवि में बीकॉम व एमकॉम पाठ्यक्रम पहले से संचालित हो रहा है। जबकि इस साल छह नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं, जिसमें- बीबीए, इंग्लिश, संस्कृत, पॉलिटिकल साइंस और इकॉनमिक्स में एमए शामिल है। यूजी पाठ्यक्रम तीन साल के हैं जबकि पीजी पाठ्यक्रम दो साल के होंगे। दोनों में ही सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। खास बात ये है कि इसमें सीटों की कोई बाध्यता नहीं है। अगर कोर्स की निर्धारित अर्हता अभ्यर्थी पूरा करते हैं, तो उनका दाखिला सुनिश्चित होगा।
आवेदन के बाद प्रमाणपत्रों का वेरिफिकेशन होगा। एलयू ऑनलाइन कोर्स फीसलखनऊ विवि में ऑनलाइन मोड में बीकॉम की फीस 5000 रुपये तय की गई है। जबकि पीजी के सभी पाठ्यक्रमों की फीस 8 हजार है। बीबीए चूंकि प्रफेशनल कोर्स है इसलिए उसकी फीस 15 हजार रुपये निर्धारित की गई है। ऑफलाइन कोर्सों की तुलना में ऑनलाइन की फीस आधी से भी कम है। सभी छात्रों को स्टडी मटेरियल से लेकर क्लासेज तक ऑनलाइन मुहैया करवाई जाएगी। असाइनमेंट भी छात्रों को ऑनलाइन ही जमा करना होगा सिर्फ परीक्षा देने के लिए कैंपस आना होगा। LU: न्यू कैंपस में बवाल, बदली प्रॉक्टोरियल टीमदूसरी ओर लखनऊ विश्वविद्यालय के नए कैंपस में आए दिन मारपीट और रैगिंग की घटनाओं के बाद प्रॉक्टरोरियल टीम में बदलाव कर दिया गया है।
विवि प्रशासन की ओर से न्यू कैंपस के 23 शिक्षकों को असिस्टेंट प्रॉक्टर की जिम्मेदारी दी गई है। टीम में काफी संख्या में नए चेहरों को शामिल किया गया है। लॉ के प्रो. अहमद को पहले की तरह एडीशनल प्रॉक्टर बने रहेंगे। इसके अलावा ओल्ड कैंपस में डॉ. रोली मिश्रा को एडीशनल डॉ. आरवी सिंह को असिस्टेंट प्रॉक्टर बनाया गया है।विवि के न्यू कैंपस में पिछले महीने छात्रों ने देर रात उपद्रव कर मारपीट की थी। कुछ छात्र कट्टा लहराते हुए कैंपस में घुसे थे। इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। इससे पहले सितंबर में रैगिंग का मामला भी सामने आया था, जिसमें यूजीसी पोर्टल में भी शिकायत की गई थी।
जिसके बाद विवि की ओर से कई छात्रों को निलंबित कर दिया गया था। इसी के चलते प्रॉक्टोरियल टीम को बदला गया है। चीफ प्रॉक्टर राकेश द्विवेदी ने बताया कि मुख्य रूप से न्यू कैंपस में ही प्रॉक्टोरियल बोर्ड टीम गठित हुई है। इसमें हर विभाग के शिक्षकों को शामिल किया गया है। ताकि हर जगह अनुशासन सुनिश्चित हो सके।
Next Story