IMF का भारत को झटका, FY26 के लिए आर्थिक वृद्धि दर घटाकर 6.2% की; टैरिफ वॉर को ठहराया जिम्मेदार

नई दिल्ली: वैश्विक व्यापार तनाव और अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में कटौती कर दी है। वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट 2025-26 में IMF ने भारत की अनुमानित GDP ग्रोथ को 6.5% से घटाकर 6.2% कर दिया है, जो देश की आर्थिक स्थिरता को लेकर नई चिंताओं को जन्म दे रहा है।
IMF ने कहा है कि अमेरिका द्वारा कई देशों पर लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ और US-China ट्रेड वॉर के चलते वैश्विक नीतिगत अनिश्चितता बढ़ी है। इसका सीधा असर निवेशकों की धारणा और वैश्विक आर्थिक प्रवाह पर पड़ा है। रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में भारत सहित कई उभरती अर्थव्यवस्थाओं पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
IMF ने जनवरी 2025 में किए गए अपने अनुमान से 30 बेसिस पॉइंट की कटौती करते हुए कहा है कि भले ही भारत की स्थिति अन्य देशों की तुलना में अधिक अनुकूल है, लेकिन 2025-26 में वृद्धि की रफ्तार धीमी रह सकती है। यह गिरावट नीति निर्धारण में अनिश्चितता, वैश्विक मांग में गिरावट, और बाहरी झटकों की आशंका के चलते देखी जा रही है।
भारत सरकार के सांख्यिकी मंत्रालय ने FY25 के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान 6.5%, और आर्थिक समीक्षा 2026 में ग्रोथ रेंज 6.3–6.8% बताई थी। IMF का संशोधित आकलन इन अनुमानों से काफी नीचे है।
The post appeared first on .