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Karol Bagh Accident भरभराकर गिरी इमारत, पूरे गांव में चारों ओर मची चीख-पुकार

दिल्ली न्यूज डेस्क !!! दिल्ली के करोल बाग के बापा नगर में एक इमारत गिरने से रामपुर के मिलक इलाके के खाता नगरिया गांव में पहाड़ टूट गया. हादसे में गांव के किसी घर का इकलौता चिराग बुझ गया, तो किसी के परिवार का कमाने वाला दुनिया छोड़ गया. हादसे के बाद पीड़ित परिवारों के साथ गांव के कई लोग दिल्ली के लिए रवाना हो गए। पूरा गांव चीख पड़ा. कई गांव निवासी रोजगार के लिए 10 वर्षों से दिल्ली में रह रहे थे. रोजगार के तौर पर वह जूता-चप्पल फैक्ट्री में काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था। बुधवार की सुबह एक बिल्डिंग हादसे में 18 लोगों के घायल होने की खबर से गांव में अफरा-तफरी मच गयी. हादसे में एक ही गांव के दो भाई मुजीब की मौत हो गई। दोनों भाई परिवार की देखभाल करते थे। वहीं मृतक मोहसिन के अब दो भाई और दो बहनें हैं. जान गंवाने वाला अमन इकलौता बेटा था। उसकी एक छोटी बहन है. कई साल पहले उसके पिता नन्हे खां की मौत हो गई थी। वह नाबालिग था और अपने चाचा उवैश के पास रहने चला गया।

हादसे में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है

मध्य दिल्ली के करोल बाग इलाके के बापा नगर में बुधवार सुबह एक चार मंजिला इमारत ढह गई. हादसे में एक किशोर समेत चार लोगों की मौत हो गई। जबकि 14 घायलों का लेडी होर्डिंग समेत अन्य अस्पतालों में इलाज चल रहा है. मृतकों की पहचान अमन (12 वर्ष), मुकीम (25 वर्ष), मुजीब (18 वर्ष), मोसिन (26 वर्ष) के रूप में हुई है। 25 गज की इमारत की हर मंजिल पर महिलाओं के जूते-चप्पल बनाने की फैक्ट्री थी। यह इमारत 30 साल से अधिक पुरानी थी और बेहद जर्जर हालत में थी।

हादसे के वक्त इमारत में 20 लोग काम कर रहे थे

हादसे के वक्त इमारत में अलग-अलग मंजिलों पर 20 लोग काम कर रहे थे. ये सभी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रामपुर, मुरादाबाद और बिहार के रहने वाले थे। मामले में पुलिस ने इमारत की मरम्मत में लापरवाही और लापरवाही से मौत की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। हादसे के बाद से बिल्डिंग का मालिक फरार है और उसका मोबाइल नंबर भी बंद है. उधर, दिल्ली सरकार ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं.

मलबे से 18 लोगों को बचाया गया

मध्य जिला पुलिस उपायुक्त एम हर्ष वर्धन के मुताबिक, इमारत गिरने की सूचना प्रसाद नगर पुलिस थाने को सुबह 09:04 बजे मिली. शुरुआती जानकारी यह थी कि बापा नगर इलाके में एक चार मंजिला इमारत ढह गई और कई लोग मलबे में दब गए. यह भी पता चला कि दुर्घटनाग्रस्त इमारत के बगल की इमारत भी क्षतिग्रस्त हो गई है. एनडीआरएफ और दिल्ली फायर सर्विस की टीमों को मौके पर भेजा गया और बचाव अभियान शुरू किया गया। इस दौरान कुल 18 लोगों को मलबे से निकालकर लेडी हार्डिंग और आरएमएल अस्पताल ले जाया गया. जहां चार लोगों को मृत घोषित कर दिया गया.

11 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है

मृतकों की पहचान अमन (12 वर्ष), मुकीम (25 वर्ष), मुजीब (18 वर्ष), मोसिन (26 वर्ष) के रूप में हुई है। ये सभी यूपी के रामपुर जिले के खटानगर गांव के मूल निवासी थे. मुकीम, मुजीब और मोसिन महिलाओं की चप्पलें बनाने का काम करते थे। वहां अमन उससे मिलने आया। अधिकारी ने बताया कि फिलहाल 11 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं, एक को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।

हर मंजिल पर एक फैक्ट्री चल रही थी

25 गज की इस चार मंजिला इमारत के ग्राउंड फ्लोर समेत सभी मंजिलों पर फैक्ट्री चल रही थी। ये सभी फ़ैक्टरियाँ अलग-अलग लोगों की थीं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह इमारत इलाके के देव नगर में रहने वाले कुछ लोगों की है. इसकी प्रत्येक मंजिल अलग-अलग लोगों को पट्टे पर दी गई थी। जर्जर भवन की कभी मरम्मत नहीं करायी गयी. फैक्ट्री भी टीन शेड के साथ चौथी मंजिल पर चल रही थी। हादसे के वक्त इमारत की ग्राउंड फ्लोर को छोड़कर सभी मंजिलें ढह गईं। ऐसे में बिल्डिंग में मौजूद लोग बाहर नहीं निकल सके.

दीवारों में पानी रिस रहा था

स्थानीय लोगों ने बताया कि जर्जर भवन की दीवारों से कई महीनों से पानी का रिसाव हो रहा था. इसके बारे में ज्यादा मरम्मत नहीं की गई। हादसे के वक्त पहले छत से प्लास्टर गिरा, फिर पूरा फर्श गिर गया.

दिल्ली सरकार प्रत्येक मृतक के परिजन को 10-10 लाख रुपये देगी: आतिशी

डॉ। दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री अग्नि पीड़ितों से मिलने राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे. बताया जा रहा है कि इस घटना में कम से कम 15 लोगों को बचाया गया. उनका इलाज आरएमएल अस्पताल में चल रहा है. कुछ लोग लेडी हार्डिंग अस्पताल में भी भर्ती हैं. इस घटना में चार लोगों की जान चली गई.

मंत्री ने जांच के आदेश दिये

दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने जिला अधिकारी को मामले की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि मकान गिरने की यह घटना बेहद दुखद है. जिला अधिकारियों को वहां रहने वाले लोगों और पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने, किसी भी घायल का इलाज करने और दुर्घटना के कारण का पता लगाने का आदेश दिया गया है। हादसे के संबंध में निगम के मेयर से भी बात की गयी है. उन्होंने कहा कि इस साल काफी बारिश हुई है, मेरी सभी दिल्लीवासियों से अपील है कि अगर निर्माण से संबंधित किसी भी दुर्घटना की आशंका हो तो तुरंत प्रशासन और निगम को सूचित करें.

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