'संभल में 40 फीसदी हिंदू विरोधी, कल्कि अवतार के साथ सनातन विरोधियों का होगा विध्वंस'
मंगलवार को संभल के बहजोई में गदगुरु श्री रामभद्राचार्य महाराज ने भक्तों को दर्शन और दीक्षा दी। इसके बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित किया। संभल से अपने विशेष रिश्ते के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि संभल भगवान कल्कि की जन्मस्थली है।
उनका अवतार यहीं होगा। इस भूमि के साथ यह हमारा पहला रिश्ता है। उन्होंने कहा कि भगवान कल्कि का दसवां अवतार सम्भल में ही जन्म लेने वाला है। उनकी पत्नी पद्मावती होंगी। जगद्गुरु ने कहा कि भगवान कल्कि सनातन धर्म के विरोधियों का नाश करेंगे।
उन्होंने दावा किया कि आज भी संभल में करीब 40 फीसदी लोग सनातन धर्म के खिलाफ हैं। जगद्गुरु ने कहा कि उनके शिष्य डीएम राजेंद्र पैंसिया ने संभल में खुदाई कराई थी। उन्होंने कहा कि उनके साथ बहुत धोखा हुआ लेकिन भगवान ने सब ठीक कर दिया।
खुदाई बहुत अच्छी तरह से हुई. मुझे संभल बहुत पसंद आया। जब उनसे पूछा गया कि अयोध्या के बाद संभल में कब काम होगा तो जगद्गुरु ने तुरंत कहा। काशी, मथुरा और संभल, तीनों ही चकाचौंध हैं। उसी समय, शीघ्रता से।
हिंदू धर्म के वर्तमान युग के बारे में जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य ने कहा कि यह युग हिंदू धर्म के लिए बहुत अच्छा है। यह स्वर्ण युग है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश के भविष्य पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अभी बहुत कुछ होगा।
गंगा और यमुना अविरल बहती रहेंगी। हिन्दी राष्ट्रभाषा होगी। रामचरितमानस एक राष्ट्रीय ग्रन्थ होगा। गौमाता राष्ट्रीय धरोहर बन जायेगी। बहुत कुछ घटित हो रहा है और भारत कम से कम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा।
मंगलवार को जगद्गुरु श्रीराम भद्राचार्य महाराज ने मोहल्ला संभल रोड स्थित अपने अस्थायी आवास पर भक्तों को दर्शन एवं दीक्षा दी। सेवानिवृत्त सीआईएसएफ डीआईजी शिवकुमार वार्ष्णेय की देखरेख में पुरुष व महिला श्रद्धालुओं ने बारी-बारी से दर्शन किए।
यह क्रम लगभग एक घंटे तक चलता रहा। सीएमओ डॉ. तरुण पाठक ने परिवार के साथ जगद्गुरु के दर्शन किए। वहीं, जेई अमित कटारिया व पीए सुनील कुमार समेत कई श्रद्धालुओं ने भी दर्शन कर दीक्षा ली। इसके बाद क्षेत्राधिकारी अनुज चौधरी भी जगद्गुरु के अस्थाई आवास पर दर्शन करने पहुंचे।