वर्कआउट के बाद बॉडी पेन से पाना है छुटकारा तो फॉलो करें यह टिप्स,जल्द मिलेगा आराम
लाइफस्टाइल न्यूज़ डेस्क,बढ़ता मोटापा आजकल हर दूसरे व्यक्ति के लिए एक बड़ी समस्या बनकर उभर रहा है। अधिक वजन न सिर्फ आपकी पर्सनालिटी खराब करता है बल्कि आपको कई बीमारियों का भी पता देता है। खुद को फिट रखने के लिए लोग जिम में वर्कआउट, रनिंग, स्विमिंग जैसी कई एक्टिविटी करते हैं। लेकिन वर्कआउट के दौरान ज्यादातर लोगों को मांसपेशियों में दर्द और अकड़न की समस्या महसूस होती है। दरअसल, वर्कआउट के बाद हाथ, पैर, कंधे और कमर की मांसपेशियों में दर्द होना सामान्य बात है। जो ज्यादा तीव्र वर्कआउट करने से ऊतकों में दरार आने के कारण शुरू होता है। इस तरह के दर्द को ठीक होने में करीब 2 से 3 दिन का समय लगता है। ऐसे में शरीर में दर्द होना आम बात है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप दर्द के डर से वर्कआउट करना छोड़ दें। अगर आप भी वर्कआउट से होने वाले दर्द से परेशान हैं तो घर पर ही कुछ घरेलू उपाय आजमाकर दर्द से राहत पा सकते हैं। बॉडी मसाज- वर्कआउट के बाद मांसपेशियों में होने वाले दर्द और अकड़न से छुटकारा पाने के लिए आप बॉडी मसाज करवा सकते हैं। मसाज करवाने से शरीर में रक्त संचार अच्छा होगा और मांसपेशियां रिलैक्स होंगी। मसाज के लिए आप सरसों का तेल, बादाम का तेल, टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्ट्रेचिंग-
वर्कआउट शुरू करने से पहले और खत्म करने के बाद शरीर को स्ट्रेच करना न भूलें। स्ट्रेचिंग से लचीलापन बढ़ता है और मांसपेशियों में तनाव कम करने में मदद मिलती है। वर्कआउट के बाद स्ट्रेचिंग करने से मांसपेशियों में दर्द कम होता है।
स्वस्थ आहार-
स्वस्थ खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शरीर के दर्द को दूर करने में मदद मिलती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे खाद्य पदार्थों में स्वस्थ प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा होते हैं जो मांसपेशियों के ऊतकों को जल्दी से ठीक करने के लिए जरूरी होते हैं। वर्कआउट के बाद प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करने से मांसपेशियों की क्षति को ठीक करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए अपनी डाइट में सोयाबीन, नट्स, अंडे और पनीर को शामिल करें।
आइस पैक-
कई बार ज्यादा एक्सरसाइज करने से शरीर बुरी तरह टूटने लगता है। इस समस्या से निपटने के लिए आप आइस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्ट्रेच-
वर्कआउट करने के बाद शरीर को स्ट्रेच जरूर करें। दरअसल, वर्कआउट के दौरान मांसपेशियों के फाइबर छोटे हो जाते हैं। ऐसे में स्ट्रेचिंग करने से दर्द से राहत मिलती है।