पुनीत तिवारी की फिल्म 'ग्राउंड जीरो': कश्मीर में शूटिंग के अनुभव और इमरान हाशमी के साथ काम करने की खुशी

Hero Image
पुनीत तिवारी की अदाकारी का जादू

बिहार के एक छोटे शहर से निकलकर फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने वाले अभिनेता पुनीत तिवारी ने अपनी बेहतरीन अदाकारी से दर्शकों का दिल जीत लिया है। उनकी हालिया फिल्म 'ग्राउंड जीरो' ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार सफलता हासिल की है, और इस फिल्म के माध्यम से उन्होंने बड़े पर्दे पर अपनी पहचान बनाई है। इस फिल्म में उनके अभिनय की काफी सराहना हो रही है। एक मीडिया चैनल के साथ विशेष बातचीत में, पुनीत ने अपनी यात्रा और अनुभव साझा किए।


कश्मीर में शूटिंग के अनुभव

'ग्राउंड जीरो' में अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीतने वाले पुनीत तिवारी ने कश्मीर में शूटिंग के दौरान अपने अनुभवों के बारे में भी खुलकर बात की। इस फिल्म में उनके साथ इमरान हाशमी जैसे बड़े सितारे भी हैं, जिनके साथ काम करना पुनीत के लिए एक सपने के सच होने जैसा है।


पहलागाम में आतंकवादी हमले पर पुनीत की प्रतिक्रिया आतंकवादी हमले पर पुनीत तिवारी की प्रतिक्रिया

हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। पुनीत तिवारी ने इस घटना पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, 'जो हुआ पहलगाम में, उससे खौफनाक कुछ नहीं हो सकता। 28 लोगों पर हमला होना दिल दहला देने वाला था।' फिल्म 'ग्राउंड जीरो' के कई दृश्य पहलगाम में शूट किए गए थे और पुनीत ने वहां की खूबसूरती को बेहद करीब से महसूस किया। उन्होंने कहा, 'कश्मीर सच में जन्नत है। श्रीनगर से पहलगाम तक की यात्रा इतनी खूबसूरत थी कि मैं उसे शब्दों में नहीं बयां कर सकता।'


इमरान हाशमी के साथ शूटिंग का अनुभव इमरान हाशमी के साथ शूटिंग

पुनीत तिवारी के लिए इमरान हाशमी के साथ शूटिंग करना किसी सपने के पूरे होने जैसा था। उन्होंने बताया, 'जब मैं स्कूल में था, तब इमरान हाशमी की फिल्में और गाने लूप पर सुना करता था। उनके साथ एक सीन भी शेयर करना मेरे लिए फैनबॉय मोमेंट था।' एक खास पल को याद करते हुए पुनीत ने कहा कि जब वह इमरान हाशमी के साथ एक तस्वीर खिंचवा रहे थे, तो उन्होंने इमरान से कहा, 'सर, आपकी फिल्मों ने मुझे जवान किया है।'


फिल्म 'ग्राउंड जीरो' में 'तारिक मलिक' का किरदार 'ग्राउंड जीरो' में 'तारिक मलिक' का किरदार

पुनीत तिवारी ने फिल्म 'ग्राउंड जीरो' में 'तारिक मलिक' का किरदार निभाया है, जो असल जिंदगी में अफजल गुरु से प्रेरित है। उन्होंने बताया कि भले ही उनका किरदार छोटा है, लेकिन इसकी कहानी में महत्वपूर्ण भूमिका है। फिल्म की कहानी संसद हमले की पृष्ठभूमि पर आधारित है और अधिकांश शूटिंग कश्मीर में ही की गई है। फिल्म की शूटिंग में बीएसएफ और स्थानीय लोगों का भरपूर समर्थन मिला।


कश्मीर के लोगों की मेहमाननवाजी कश्मीर के लोगों की मेहमाननवाजी की तारीफ

पुनीत तिवारी ने कश्मीर के लोगों के व्यवहार की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, 'लोग बेहद मेहमाननवाज और सहयोगी हैं। ड्राइवर से लेकर होटल स्टाफ तक, सबने दिल खोलकर मदद की।' हालांकि, फिल्म की रिलीज से कुछ दिन पहले हुए आतंकी हमले ने सभी को गहरा झटका दिया।


बड़े पर्दे पर अनुभव और भविष्य की योजनाएं बड़े पर्दे पर अनुभव और भविष्य की योजनाएं

पुनीत तिवारी ने बड़े पर्दे पर अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, 'टीवी सीरीज और शॉर्ट फिल्म्स करना अलग बात है, लेकिन कमर्शियल फिल्म का अपना एक अलग जादू होता है। फिल्मों को बड़े पर्दे पर देखने का जो मजा है, वो अद्वितीय है।' एक छोटे से कस्बे से आने के बावजूद, पुनीत ने कभी नहीं सोचा था कि वह एक दिन फिल्मी दुनिया का हिस्सा बनेंगे।


भविष्य की इच्छाओं पर चर्चा भविष्य की इच्छाओं पर भी की बात

भविष्य में, पुनीत ने अपनी इच्छाओं के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, 'मैं अनुराग कश्यप, सुधीर मिश्रा, अनुभव सिन्हा और अतुल सबरवाल जैसे दिग्गज डायरेक्टर के साथ काम करना चाहता हूं।' इसके साथ ही उन्होंने मनोज वाजपेयी, नसीरुद्दीन शाह और शाहरुख खान के साथ स्क्रीन शेयर करने का सपना भी जाहिर किया।