Dubai में सिर्फ बुर्ज खलीफा देखकर न लौटें देश, जरूर करें इन हिन्दू मंदिरों के दर्शन, विदेशी भी झुकाते हैं सिर
दुबई के सबसे पुराने हिन्दू मंदिरों में से एक, श्री कृष्ण हवेली का निर्माण 1958 में महामहिम शेख राशिद बिन सईद अल मकतूम द्वारा इस पवित्र स्थान के लिए जमीन देने के बाद किया गया था। बहुत सारे इंडियन टूरिस्ट्स दुबई में रेगिस्तानी सफारी पर जाने से पहले इस मंदिर में आते हैं क्योंकि इस मंदिर में दर्शन बहुत शुभ माना जाता है। आरती हर सुबह 7 बजे शुरू होती है और शाम की आरती 7.30 बजे होती है।
शिव मंदिर
अल फहीदी में दुबई म्यूजियम के ठीक बगल में शिव मंदिर है, जो दुबई में सबसे प्रतिष्ठित हिन्दू मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में आने का सबसे अच्छा समय शिवरात्रि के दौरान है। इस समय मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। इस मंदिर में आकर ऐसा लगता है, जैसे आप भारत के किसी मंदिर में हैं। दुबई के इस हिन्दू मंदिर में प्रतिष्ठित देवता शिव लिंगम और नंदी हैं। मंदिर में सुबह 7 बजे या शाम को 6 बजे आरती होती है।
शिरडी साईं बाबा मंदिर
दुबई का शिरडी साईं बाबा मंदिर की काफी मान्यताएं है। भारतीय तो क्या विदेशी टूरिस्ट्स भी यहां दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर में आने वाले भक्तों की सुविधा का काफी ध्यान रखा गया है। मंदिर में व्हीलचेयर के उपयोग किए जाने का नियम भी है, ताकि सीनियर नागरिक और विकलांग लोग भी आसानी से साईं बाबा के दर्शन कर सके। साईं बाबा मंदिर सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम को 5 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।
4. सिंधी गुरु दरबार
सिंधी गुरु दरबार में आकर आपको सुख और शांति का अनुभव महसूस होगा। यह दुबई का सबसे लेटेस्ट और खूबसूरत मंदिरों में से एक है, जो दुबई के जेबेल अली इलाके में स्थित है। मंदिर की नींव फरवरी 2020 में रखी गई थी। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का आशीर्वाद लेने के लिए यहां पर सबसे ज्यादा हिन्दू भक्तों की भीड़ नजर आती है। इस गुरु दरबार के कपाट दिन में सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम को 5 बजे से रात 9 बजे तक खुले रहते हैं।
इस्कॉन टेंपल
दुबई में सबसे प्रतिष्ठित हिन्दू मंदिर में से एक इस्कॉन टेंपल है। ये मंदिर दुबई के पास अल सफा में स्थित है। यहां भगवान कृष्ण के दर्शन करने के बाद आप मंदिर के रेस्तरां 'गोविंदा' में सात्विक भोजन का आनंद ले सकते हैं। इस मंदिर परिसर में इतनी सारे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, कि आप कम से कम आधा दिन यहां बिता सकते हैं। यह हर दिन सुबह 5 बजे से शाम 7.30 बजे तक भक्तों के लिए खुला रहता है। माना जाता है इस मंदिर में दर्शन करने से आपकी मुराद पूरी हो जाती है।