Digital Arrest: आपका अवैध पार्सल पकड़ा गया...लखनऊ के डॉक्टर को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट रख 95 लाख ठगे

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संदीप तिवारी, लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में साइबर ठगों ने हाईटेक तरीके से एक रिटायर्ड डॉक्टर को निशाना बनाते हुए दो दिन तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा और 95 लाख रुपये की भारी ठगी कर डाली। मामला गोमती नगर के विराट खंड का है, जहां रहने वाले डॉक्टर बीएन सिंह को एक फर्जी कॉल के ज़रिए जाल में फंसाया गया। उन्होंने ने पुलिस को बताया कि रविवार दोपहर करीब 2 बजे उनके फोन पर एक व्यक्ति दीपक कुमार श्रीवास्तव का कॉल आया।
जिसने खुद को कूरियर कंपनी 'ब्लू डार्ट' का कर्मचारी बताया। उसने दावा किया कि उनके नाम से एक अवैध पार्सल पकड़ा गया है, जिसमें नशे जैसी आपत्तिजनक चीज़ें हैं। इसके बाद उसने कथित पुलिस अधिकारी 'मोहनदास' से बात करवाई। कॉल को कॉन्फ्रेंस पर डालकर पूरी कहानी को और गंभीर बना दिया गया। खुद को बताया सीनियर अधिकारी इसके बाद एक अलग नंबर से कॉल आया और खुद को वरिष्ठ अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि डॉक्टर के आधार कार्ड का दुरुपयोग हुआ है। उनके खिलाफ जांच चल रही है। डॉक्टर को निर्देश दिया गया कि वह जांच पूरी होने तक किसी से संपर्क न करें और हर समय निगरानी में रहें।
वीडियो कॉल और चैट के जरिए लगातार संपर्क में रहते हुए आरोपियों ने डॉक्टर को मानसिक रूप से नियंत्रित किया और डर का माहौल बना दिया। 95 लाख रुपये करवाए ट्रांसफर ठगों ने जांच के नाम पर डॉक्टर से अकाउंट में मौजूद रकम RTGS के जरिए ट्रांसफर करवाने को कहा गया। झांसे में आकर डॉक्टर ने दो दिन में करीब 95 लाख रुपये अलग-अलग किश्तों में ट्रांसफर कर दिए। जब जालसाजों ने 25 लाख रुपये और मांगे, तब डॉक्टर को ठगी की आशंका हुई और उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। साइबर थाना के इंस्पेक्टर बृजेश यादव ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और संबंधित खातों से रकम होल्ड कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
पुलिस इस ठगी में शामिल साइबर अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी की कोशिश में जुटी है।