नींद न आने की समस्या से जूझ रहे अमेरिका के लोग, Sleep Specialist ने बताई सबसे पावरफुल नींद की गोली
डॉक्टर वू का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में इस विषय में मरीजों की रुचि बढ़ी है। सोशल मीडिया पर भी यह विषय चर्चा में रहा है, जैसे कि 'स्लीपी गर्ल मॉकटेल' टिकटॉक पर वायरल रहा। यह मॉकटेल मैग्नीशियम पाउडर, चेरी जूस और प्रीबायोटिक सोडा से बनता है, जिसे रात को सोने से आधा घंटा पहले पीने का सुझाव दिया जाता है।
मैग्नीशियम और नींद का कनेक्शन
स्लीप स्पेशलिस्ट डॉक्टर फरीहा अब्बासी-फीनबर्ग का कहना है कि मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स को आजमाने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन इसकी खुराक कम मात्रा में शुरू करनी चाहिए। हालांकि, इस बात के ठोस वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं हैं कि मैग्नीशियम से नींद बेहतर होती है।
अब्बासी-फीनबर्ग, जो अमेरिकन अकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की सदस्य हैं, बताती हैं कि नींद और मैग्नीशियम पर पर्याप्त डेटा उपलब्ध नहीं है जिससे किसी ठोस प्रमाण दिया जा सके।
बॉडी के लिए क्यों जरूरी है मैग्नीशियम
मैग्नीशियम एक आवश्यक खनिज है, जो शरीर के कई प्रक्रियाओ जैसे कि हड्डियों को मजबूत बनाने, ऊर्जा उत्पादन, मांसपेशियों की शिथिलता और नर्वस सिस्टम को सपोर्ट करने में मदद करता है। टाइश हॉल-ब्राउन, जो वॉशिंगटन डी.सी. के चिल्ड्रन्स नेशनल हॉस्पिटल में बिहेवियरल स्लीप मेडिसिन की डायरेक्टर हैं, कहती हैं कि मैग्नीशियम मेलाटोनिन बनाने में मदद करता है। यह एक ऐसा हार्मोन है जो सोने-जागने के चक्र को नियंत्रित करता है।
बच्चों के लिए मैग्नीशियम के क्या फायदे हैं
डॉक्टर कोरा कोलेट ब्र्यूनर, जो सिएटल चिल्ड्रन्स हॉस्पिटल की बाल रोग विशेषज्ञ हैं, का कहना है कि बच्चों के लिए मैग्नीशियम का उपयोग नींद के लिए नहीं, बल्कि माइग्रेन और टेंशन हैडेक्स के इलाज के लिए किया जाता है।
इसके अलावा, डॉक्टर बेथ मालो, जो वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी में न्यूरोलॉजी और पेडियाट्रिक्स की प्रोफेसर हैं, का कहना है कि मैग्नीशियम को एडीएचडी और ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों के सामान्य लक्षणों के इलाज के लिए उपयोग किया जा सकता है, हालांकि इसके नींद पर प्रभाव के पर्याप्त प्रमाण नहीं हैं।
स्लीप हाइजीन पर ध्यान
सभी डॉक्टर इस बात पर सहमत हैं कि किसी भी सप्लीमेंट को आजमाने से पहले स्लीप हाइजीन पर ध्यान देना चाहिए। इसमें सोने से पहले भारी भोजन से बचना, अंधेरे और शांत वातावरण में सोना, नियमित नींद का शेड्यूल बनाए रखना और सोने से पहले स्क्रीन का उपयोग न करना शामिल है।हालांकि मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स से कुछ लोगों को नींद में मदद मिलती है, लेकिन इस पर वैज्ञानिक प्रमाण कम हैं। इसलिए, इसका उपयोग शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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