प्रेग्नेंसी में गैस और उल्टी की समस्या क्यों होती है? डॉक्टर ने बताई वजह और इससे निपटने के उपाय

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गर्भावस्‍था के शुरुआती तीन महीने हर गर्भवती के लिए चुनौतीपूर्ण होते हैं। क्योंकि इस दौरान उन्‍हें कई तरह की समस्‍याएं होती हैं। महिलाएं कभी उल्‍टी, तो कभी गैस और कभी एसिडिटी से ज्‍यादा परेशान रहती हैं। कहने को ये समस्याएं बेहद आम हैं, लेकिन गर्भावस्‍था में इनसे निपटने में काफी मुश्‍किल आती है।हालांकि, समय बीतने के साथ ही इन समस्याओं में कमी आने लगती है, लेकिन कई महिलाओं को लंबे वक्त गैस, एसिडिटी और उल्टी की समस्या बनी रहती है। अगर आप भी गर्भवती हैं और कुछ ऐसे ही पड़ाव से गुजर रही हैं, तो फोर्टिस हॉस्पिटल की एडिशनल डायरेक्‍टर एंड गायनाकोलॉजिस्ट डॉ. नेहा गुप्‍ता
से जानें आखिर गर्भावस्‍था में उल्‍टी और गैस की समस्या क्‍यों होती है और इससे कैसे निपट सकते हैं। गर्भावस्‍था में क्‍यों होती है गैस, उल्‍टी की समस्‍याएक्‍सपर्ट के अनुसार, प्रेग्‍नेंसी के दौरान गैस, उल्‍टी और एसिडिटी होना आम प्रक्रिया है। केवल प्रेग्‍नेंसी में ही नहीं, बल्कि कई बार आम व्यक्ति भी इन समस्‍याओं के साथ डील करना पड़ता है। अब सवाल है कि गर्भावस्‍था में गैस , एसिडिटी और उल्टीकी समस्या क्‍यों होती है। दरअसल, ऐसा प्रोजेस्टेरॉन हार्मोन के बढ़ने के कारण होती है। यह एक ऐसा हार्मोन है, जो प्रेग्‍नेंसी को सपोर्ट करता है और आंत की मांसपेशियों को आराम देता है, जिससे पाचन क्षमती धीमी हो जाती है। इसी के चलते पेट में ब्लोटिंग, सीने में जलन, डकार आना और गैस बनने की समस्या बढ़ जाती है। किन महिलाओं को ज्‍यादा होती है समस्या?डॉक्‍टर के अनुसार, जिन महिलाओं की प्रोजेस्टेरॉन की दवाइयां चल रही हैं, जिन्हें प्रेग्‍नेंसी में ब्लीडिंग हो रही हो, जिन महिलाओं का किसी इलाज से गर्भधारण हुआ है या जिन्हें मिसकैरेज का डर है, उन लोगों को उल्‍टी और गैस की समस्‍या ज्‍यादा होती है। प्रेग्‍नेंसी में गैस और उल्‍टी से बचने के उपायप्रेग्‍नेंसी के दौरान गैस और उल्‍टी जैसी समस्याओं को पूरी तरह रोका नहीं जा सकता। लेकिन डाइट की मदद से आप इसे मैनेज कर सकते हैं। जैसे-
  • गर्भवती को बहुत लंबे समय तक भूखा रहने से बचना चाहिए।
  • एक साथ ज्‍यादा ना खाएं, बल्कि थोड़ी थोड़ी देर में कुछ ना कुछ खाते रहें । इससे खाना पचाने में आसानी होगी और पेट भी भरा हुआ नहीं लगेगा।
  • महिलाओं को पोशर्न कंट्रोल पर ध्‍यान देना चाहिए। इससे वे ओवर ईटिंग से बच सकती हैं।
  • संभव हो, तो आहार में फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें। इससे पाचन स्‍वास्‍थ्‍य अच्‍छा रहता है।
  • खाने के बाद 10 मिनट वॉक के फायदेजो महिलाएं सीने में जलन, गैस, ब्‍लोटिंग और उल्टी आने से परेशान रहती हैं, उन्हें खाने के बाद कम से कम 10 मिनट तक वॉक करनी चाहिए। खासतौर से अगर डॉक्टर ने बेड रेस्‍ट की सलाह नहीं दी है, तो खाने के बाद टहलने को अपना रूटीन बनाने से इन समस्याओं से निपटा जा सकता है। लिक्विड डाइट कैसे कर सकती है मदद?सॉलिड के साथ लिक्विड डाइट लेने से भी उल्‍टी , गैस और एसिडिटी से राहत मिल सकती है। कई महिलाएं शुरुआती तीन महीने में उल्‍टी होने के कारण तरल पदार्थ पर ज्‍यादा निर्भर रहती हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। क्‍योंकि कुछ ना खाने और सिर्फ जूस पीने से उल्‍टी की समस्या और बढ़ जाती है। गैस से छुटकारा दिला सकता है ठंडा दूधएक्सपर्ट के अनुसार, जिन महिलाओं को पूरी प्रेग्‍नेंसी एसिडिटी की शिकायत रहती है, वे ठंडा दूध पीकर इससे छुटकारा पा सकती है। मौसम अगर ठंडा है, तो ठंडा दूध लेने से बचें। हालांकि, यह नुस्‍खा हर किसी के लिए फायदेमंद हो, जरूरी नहीं, लेकिन ट्राई करके देख सकते है। डिस्क्लेमर:
    यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।