Gen-Z युवाओं को US में जॉब मिलना मुश्किल! इन 7 वजहों के चलते नौकरी देने से 'हिचक' रहीं कंपनियां

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Gen-Z Hiring Obstacles: दुनियाभर के ऑफिसों में युवाओं की एक नई पीढ़ी काम करने के लिए पहुंच रही है, जिसे Gen-Z या जनरेशन-जी के तौर पर जाता जाता है। ये वो लोग हैं, जिनका जन्म 1990 के दशक के अंत और 2010 की शुरुआत में हुआ है। इन युवाओं में डिजिटल टेक्नोलॉजी का क्रेज है और ये अपनी बेबाक राय और मजबूत सामाजिक सोच वाले हैं। हालांकि, बहुत सी कंपनियां इन युवाओं को फ्रेशर के तौर पर अपने यहां नौकरी पर नहीं रखना चाहती हैं। एक स्टडी में इसका खुलासा हुआ है। कंपनियों और नौकरी को लेकर रिसर्च करने वाली कंपनी Intelligent.com ने एक स्टडी की है। इस स्टडी में बताया गया है कि अमेरिका में 60% कंपनियों को जेन जी कर्मचारियों को नौकरी पर रखने के कुछ ही समय बाद उन्हें निकालना पड़ा है। सबसे ज्यादा हैरानी वाली बात ये है कि लगभग 75% कंपनियां मानती हैं कि उनके जेन जी कर्मचारियों में से कुछ ही उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। युवाओं की इस नई पीढ़ी को नौकरी पर रखने को लेकर कंपनियां दो राय रखती हैं। जेन जी को सिर्फ 25% अमेरिकी कंपनियां जॉब देने को तैयारस्टडी से मालूम पड़ता है कि सिर्फ 25% अमेरिकी कंपनियां ही नए जेन जी युवाओं को नौकरी पर रखने के लिए उत्सुक हैं, जबकि 17% कंपनियां या तो उन्हें जॉब देने से पहले हिचकिचाती हैं या फिर साफ मना कर देती हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि ये सिर्फ पुरानी सोच का नतीजा नहीं है। ये जेन जी युवाओं के काम करने के तरीके और पुराने ऑफिस के नियमों के बीच कड़े अंतर को दर्शाता है। जैसे पुरानी पीढ़ी अपने काम पर रिस्पांस को आगे बढ़ने के जरूरी मानती है, जबकि जेन जी इसे आलोचना मानते हैं। जेन-जी को नौकरी पर क्यों नहीं रखना चाहतीं कंपनियां? प्रेरणा या पहल की कमी:
45% कंपनियां मानती हैं कि जेन जी युवाओं में काम करने की इच्छाशक्ति कम होती है, जिससे प्रोडक्टिविटी प्रभावित होती है। प्रोफेशनल नहीं होना: 40% कंपनियों का कहना है कि जेन जी युवाओं का ऑफिस में व्यवहार हमेशा प्रोफेशनल नहीं होता है। हक जताने की भावना: 65% कंपनियां मानती हैं कि जेन जी कर्मचारी ज्यादा हक जताते हैं, जिससे टीम का काम बिगड़ सकता है। जल्दी बुरा मान जाना: आधे से ज्यादा (55%) कंपनियों ने कहा कि जेन जी युवा रचनात्मक आलोचना को अच्छी तरह से नहीं लेते हैं। काम के प्रति लापरवाही होना:
50% कंपनियां जेन जी युवाओं की काम के प्रति लगन पर सवाल उठाती हैं। फीडबैक पर जवाब देने में कठिनाई: लगभग 45% कंपनियों को लगता है कि जेन जी युवाओं को फीडबैक समझने में दिक्कत होती है। कार्यस्थल की वास्तविकताओं के लिए तैयार नहीं: 40% कंपनियां मानती हैं कि जेन जी युवा काम करने की चुनौतियों के लिए तैयार नहीं है। सर्वे में किन लोगों को शामिल किया गया?स्टडी के मुताबिक, 21% मैनेजरों का मानना है कि जेन जी असली दुनिया की चुनौतियों के लिए तैयार नहीं हैं। अगस्त 2024 में किये गए इस सर्वे में 966 बिजनेस लीडर्स ने हिस्सा लिया, जो अपनी कंपनियों में लोगों को नौकरी पर रखने का काम करते हैं। सर्वे में हिस्सा लेने वाले लोग 25 साल से ज्यादा उम्र के थे, उनकी पारिवारिक आय 75,000 डॉलर से ज्यादा थी, वे C-लेवल एग्जिक्यूटिव या HR मैनेजर जैसे बड़े पदों पर थे, 10 से ज्यादा कर्मचारियों वाली कंपनियों में काम करते थे और कम से कम कॉलेज स्तर तक पढ़े-लिखे थे।