राजस्थान के अलवर जिला कलेक्टर में मची अफरातफरी, जयपुर से बुलाना पड़ा बम स्क्वाड, जानें मामला

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अलवर: जिला कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद आज अलवर में हडकंप मच गया। मंगलवार को हुई इस घटना के बाद 7 घंटे तलाशी चली। इस दौरान अफरातफरी का माहौल बना रहा। इस दौरान डॉग स्क्वायड, बम निरोधक दस्ते ओर पुलिस के संयुक्त सर्च ऑपरेशन चला। हालांकि इसके जांच के बाद मामला झूठा निकला , जिसके बाद पुलिस ओर प्रशासन ने राहत की सांस ली।
ऑफिशियल ईमेल आईडी मिली थी धमकीबता दें कि अलवर जिले में आज सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब अलवर जिला कलेक्टर की ऑफिशियल ईमेल आईडी पर एक धमकी भरा मेल प्राप्त हुआ। मेल में लिखा था कि 'अस्सलाम वालेकुम कलेक्टर महोदय, आपके कलेक्टर सभागार मिनी सचिवालय में आरडीएक्स इंस्टॉल कर दिया गया है। दोपहर 3:30 बजे तक पूरा सचिवालय उड़ जाएगा'। यह मेल सुबह करीब 3:40 बजे आया, जिसके बाद से पूरे जिले का प्रशासन हरकत में आ गया। ढाई घंटे तक हर कोना छाना सुबह 7 बजे से ही प्रशासन ने अलवर मिनी सचिवालय को खाली कराकर सघन जांच शुरू कर दी।
जयपुर से बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड को भी मौके पर बुलाया गया। टीम ने करीब ढाई घंटे तक हर कोने की गहन छानबीन की। अंततः सचिवालय को सुरक्षित घोषित किया गया। जांच में कोई भी विस्फोटक सामग्री नहीं मिली, जिससे स्पष्ट हो गया कि यह धमकी पूरी तरह से झूठी थी।अलवर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि धमकी भरे मेल के बाद पूरी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर आ गई थीं। सभी अधिकारियों ने गंभीरता से काम करते हुए समय पर कार्रवाई की और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहे।
अलवर सिटी कलेक्टर बीना महावर ने बताया कि जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर भी सचिवालय की सघन जांच करवाई। सुरक्षा के लिहाज से जयपुर से बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड को बुलाया गया, जिन्होंने गहन जांच के बाद कोई विस्फोटक सामग्री नहीं पाए जाने की पुष्टि की। तमिलनाडु से आया था मेल प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह मेल 'वाइको गोपाल स्वामी' नामक व्यक्ति द्वारा भेजा गया था। इसका संबंध तमिलनाडु से है। मेल को एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वॉड) को फॉरवर्ड कर दिया गया है और आगे की जांच जारी है। अब जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और सख्त करने के निर्देश दिए हैं।
सचिवालय आने-जाने वालों की नियमित जांच की जाएगी। इस पूरे घटनाक्रम में जिले के सभी थानाधिकारी और भारी पुलिस बल तैनात रहा।