Scam Alert! APK फाइल से खाली हो सकता है आपका अकाउंट! ऐप डाउनलोड करते वक्त न करें ये भूल
आज के डिजिटल युग में एंड्रॉइड यूज़र्स को अपने फोन को कस्टमाइज करने की आज़ादी मिलती है। लेकिन एंड्रॉइड की यही ओपन-सोर्स प्रकृति साइबर अपराधियों के लिए खतरे का दरवाज़ा भी खोल देती है। फर्जी APK फाइल्स के ज़रिए अपराधी लोगों का निजी डेटा चुराकर उन्हें भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा सकते हैं। आइए जानते हैं ये धोखाधड़ी कैसे होती है, इसके क्या खतरे हैं और कैसे आप खुद को इससे बचा सकते हैं।
APK यानी Android Package फाइल, किसी भी एंड्रॉइड ऐप को इंस्टॉल करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। ये Windows की .exe फाइल जैसी होती है। अगर आप Google Play Store से कोई ऐप डाउनलोड करते हैं, तो वह फाइल सुरक्षित रहती है। लेकिन अगर आप किसी थर्ड-पार्टी वेबसाइट या अनजाने स्रोत से APK फाइल डाउनलोड करते हैं, तो उसमें वायरस या स्पाईवेयर छुपा हो सकता है।🚨 कैसे होता है फ्रॉड APK के ज़रिए
जैसे ही यूजर कोई नकली APK इंस्टॉल करता है, वह ऐप कई प्रकार की परमिशन मांगती है—जैसे कैमरा, लोकेशन, कॉन्टैक्ट्स और मैसेजेस। इसके बाद यह ऐप एक की-लॉगर की तरह काम करने लगती है, जो पासवर्ड, OTP और अन्य संवेदनशील जानकारी रिकॉर्ड करके चुपचाप हैकर तक भेज देती है। हैकर फिर उस डेटा का उपयोग करके आपके डिवाइस को रिमोटली कंट्रोल कर सकते हैं।
💥 यूज़र को क्या नुकसान हो सकता है- सिर्फ आधिकारिक स्रोत से ऐप डाउनलोड करें: हमेशा Google Play Store जैसे भरोसेमंद प्लेटफॉर्म का ही उपयोग करें।
- पब्लिक Wi-Fi से दूर रहें: खुले नेटवर्क पर लेन-देन करना खतरे से खाली नहीं।
- एंटीवायरस का उपयोग करें: एक अच्छा सिक्योरिटी ऐप आपके डिवाइस को सुरक्षित रख सकता है।
- फोन को नियमित रूप से रीस्टार्ट करें: इससे संभावित मैलवेयर गतिविधियां बंद हो सकती हैं।
- फैक्ट्री रीसेट करें: अगर लगता है कि कोई हानिकारक ऐप इंस्टॉल हो गई है तो तुरंत फोन को रीसेट करें।
- बैंक मैसेज को वेरीफाई करें: किसी भी संदिग्ध मैसेज को बैंक की वेबसाइट या हेल्पलाइन पर जाकर जांचें।
- संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें: पर या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।
एंड्रॉइड की आज़ादी आपको कई सुविधाएं देती है, लेकिन इसके साथ जिम्मेदारियों का भी ध्यान रखना ज़रूरी है। ऐप डाउनलोड करते समय सावधानी बरतें—क्योंकि एक छोटी सी चूक आपके पूरे अकाउंट को खाली कर सकती है।