'नीरज चोपड़ा क्लासिक' भाला फेंक प्रतियोगिता में खेलने भारत आएंगे कई अंतरराष्ट्रीय सितारे

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नई दिल्ली, 21 अप्रैल . दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने यह खुलासा किया है कि कई अंतरराष्ट्रीय भाला फेंक खिलाड़ी “नीरज चोपड़ा क्लासिक” प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे. यह प्रतियोगिता 24 मई को बेंगलुरु में होगी.

यह प्रतियोगिता “एनसी क्लासिक” के नाम से जानी जाएगी और इसे वर्ल्ड एथलेटिक्स की ‘ए’ श्रेणी में रखा गया है. इसका मतलब है कि इसमें अच्छा प्रदर्शन करने पर खिलाड़ियों को ऊंचे स्तर के रैंकिंग अंक मिलेंगे, जैसे कॉन्टिनेंटल टूर गोल्ड प्रतियोगिता में मिलते हैं.

नीरज चोपड़ा के नाम से आयोजित इस प्रतियोगिता में दुनिया भर के एलीट महिला और पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी पहली बार भारत में हिस्सा लेंगे.

जेएसडब्ल्यू द्वारा आयोजित एक वर्चुअल प्रेस मीट में नीरज ने बताया कि ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स (पेरिस ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और दो बार के विश्व चैंपियन) और केन्या के जूलियस येगो (रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता और पूर्व विश्व चैंपियन) भारत आ रहे हैं.

नीरज ने के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “एंडरसन पीटर्स (ग्रेनेडा), जूलियस येगो (केन्या), कर्टिस थॉम्पसन (अमेरिका), थॉमस रोलर जैसे कई खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में भाग लेंगे. कुछ नाम अभी बताए हैं, बाकी बाद में बताएंगे. भारत के खिलाड़ी भी हिस्सा लेंगे, मैंने रोहित यादव से बात की है.”

यह प्रतियोगिता विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप (13 से 21 सितंबर, टोक्यो) के लिए क्वालीफाई करने का एक महत्वपूर्ण मौका भी होगी. हालांकि नीरज खुद पहले ही क्वालीफाई कर चुके हैं.

नीरज ने बताया, “हम कम से कम 4-5 भारतीय खिलाड़ियों को मौका देने की कोशिश कर रहे हैं. यह एक गोल्ड-लेवल प्रतियोगिता है, जिसमें अच्छा प्रदर्शन करने से उन्हें वर्ल्ड चैंपियनशिप में क्वालीफाई करने के लिए रैंकिंग अंक मिलेंगे.”

जब पाकिस्तान के ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम के आने के बारे में पूछा गया तो नीरज ने बताया, “हमने अरशद नदीम को भी आमंत्रण भेजा है, लेकिन अभी तक उनकी ओर से कोई पुष्टि नहीं मिली है.”

पहले यह प्रतियोगिता हरियाणा के पंचकूला में ताऊ देवी लाल स्टेडियम में होने वाली थी, लेकिन अब इसे बेंगलुरु के श्री कांतिरावा स्टेडियम में किया जाएगा. नीरज ने कहा, “हरियाणा के स्टेडियम में रोशनी की सुविधा प्रसारण के लिए पर्याप्त नहीं थी. वहां की लाइटिंग 600 लक्स थी, जबकि हमें उससे ज्यादा की जरूरत थी और समय कम था.”

उन्होंने आगे बताया, “मैंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया से बात की, उन्होंने सकारात्मक सहयोग दिया.”

एएस/

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