भारत का एकमात्र स्थान जहां कब्रिस्तान में बनी है चाय की दुकान, लोग मुर्दों के साथ रोजाना बैठकर खाते हैं खाना, जानिए इसकी वजह
दुनिया के तमाम विचित्र जगहों के बारे में आपने सुना होगा लेकिन अपने ही देश में एक ऐसी जगह है जहां कब्रिस्तान के ऊपर टी स्टॉल खुला हुआ है। कोई आज से नही, 73 वर्षो से यह चल रहा है। कब्रो के बीच लोग यहां चाय की चुस्कियां लेते हैं। यह जगह इतनी मशहूर है कि अक्सर वहां चाय पीने के लिए लाइन लग जाती है। खासकर शाम के वक़्त तो भारी भीड़ यहा जुटती हैं।
इन दिनों वह चाय की दुकान चर्चा में बनी हुई है, क्योंकि उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वजह से बहुत सारे लोग उस चाय की दुकान के बारे में जानने के लिए इच्छुक हो रहे हैं। वहीँ कुछ लोग तो उस स्थान पर गए भी होंगे, तो चलिए अब हम जानते हैं कि वह स्थान कहां पर मौजूद है।
सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग हैरत में है। इंस्टाग्राम पर @hungrycruisers अकाउंट से इसे शेयर किया गया है। इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि स्टॉल के बीच में ही कई कब्र है और लोग यहां आसानी से चाय पी रहे हैं। यह टी स्टॉल गुजरात के सबसे बड़े शहर अहमदाबाद में है। यहां की चाय और बन मस्का काफी मशहूर है।
1950 में हुई थी ओपनिंगलाल दरवाजा नाम की इस जगह में लकी टी स्टॉल डाइन विद द डे रेस्टोरेंट 1950 में खोला गया था। के. एच. मोहम्मद नाम के शख्स कब्रिस्तान के बाहर चाय की दुकान लगाते थे। धीरे-धीरे उनकी चाय इतनी फेमस हो गई कि लोगों की लाइन लगने लगी। तब उन्होंने कुछ कुर्सियां लगा दी। वर्षों तक उन्होंने इसी तरह स्टॉल चलाया।बाद में उन्होंने इसे कृष्णन कुट्टी नायर नाम के शख्स को बेच दी।
टी स्टॉल का मालिक बदल गया लेकिन इस जगह की लोकप्रियता बनी रही। इसे देखते हुए कृष्णन कुटी नायर ने भी कब्र को हटाने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि शायद इसी वजह से यह रेस्टोरेंट फल फूल रहा हो। आपको जानकर शायद हैरानी होगी कि उन्होंने कब्र के चारो ओर रेलिंग लगवा दी है ताकि किसी का पैर वहा न जाए। वे नियमित रूप से साफ सफाई भी कराते हैं।
इस जगह पर कुल 26 कब्र हैं। यहा लोग फूल और चादर चढ़ाने भी आते हैं। यह जगह इतनी पॉपुलर हैं कि मशहूर चित्रकार एम एफ हुसैन भी यहा की चाय पीने अक्सर जाया करते थे। उन्हें यह जगह इतनी पसंद आई कि उन्होंने लकी टी स्टॉल डाइन विद द डे रेस्टोरेंट को अपनी बनाई हुई एक पेंटिंग भी तोहफे में दी थी, जो कि आज भी वहां की दीवार पर टंगी हुई है। कई लोग तो यहा जाकर सेल्फी और फ़ोटो भी लेते हैं।