उत्तर प्रदेश के 2 जिलों से निकलेगा नया 6 लेन एक्सप्रेसवे, सीएम योगी ने दिया अपडेट
Uttar Pradesh : मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाली गंगा एक्सप्रेस वे के मैप में अब दो और जिले जोड़े गए हैं. सीएम योगी ने सदन में बताया कि इसे मुजफ्फरनगर में शुकतीर्थ और बिजनौर में विदुर कुटी से जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेसवे में अब मुजफ्फरनगर और बिजनौर भी शामिल होंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इन जिलों को भी इस परियोजना से काफी लाभ मिलेगा। सरकार ने 50 करोड़ रुपये का बजट भी इसके लिए मंजूर कर दिया है।
गंगा एक्सप्रेसवे का होगा विस्तार
अब गंगा एक्सप्रेसवे बिजनौर के ऐतिहासिक विदुर कुटी और मुजफ्फरनगर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शुकतीर्थ से जुड़ जाएगा। इससे धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा और इन क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट सर्वे पूरा होने पर निर्णय लिया जाएगा।
शुकतीर्थ की ऐसी बढ़ेगी कनेक्टिविटी
मुजफ्फरनगर को गंगा एक्सप्रेस वे में शामिल करने से जिले के प्रसिद्ध शुकतीर्थ तक श्रद्धालुओं की पहुंच बढ़ जाएगी क्योंकि मेरठ से शुकतीर्थ की दूरी 80 किलोमीटर है और हरिद्वार से 85 किलोमीटर है। शुकतीर्थ और शुकतीर्थ से बिजनौर के विदुर कुटी 45 किलोमीटर दूर है। एक्सप्रेसवे बनने से बिजनौर और मुजफ्फरनगर के उद्यमों को भी लाभ होगा। खासतौर पर गन्ना गुड़ पेपर और लोहा उद्योगों को अपने उत्पादों को दूसरे शहर तक तेजी से पहुंचाने में सुविधा मिलेगी जिससे व्यापारियों और किसानों दोनों को फायदा होगा।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
विदुर कुटी और शुकतीर्थ को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने से इन ऐतिहासिक तीर्थस्थलों तक पहुंचना आसान होगा। शुकतीर्थ जिसका संबंध महाभारत से है और विदुर कुटी जहां महात्मा विदुर ने अपना जीवन बिताया था दोनों धार्मिक महत्व रखते हैं। इससे इन स्थानों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। सरकार भी गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार तक बढ़ाने की योजनाओं पर विचार कर रही है। योजनाकृत एलाइनमेंट के अनुसार एक्सप्रेसवे लक्सर से मुजफ्फरनगर पहुंचेगा और बिजनौर से अन्य जिलों से जुड़ेगा। ऐसा होने से उत्तराखंड से यूपी का संबंध भी मजबूत होगा।
रोजगार और विकास को मिलेगा बढ़ावा
एक्सप्रेसवे बनाने से स्थानीय युवाओं को नौकरी मिलेगी। निर्माण कार्य के दौरान हजारों लोगों को अस्थायी नौकरियां मिलेंगी जबकि व्यापार की वृद्धि से स्थायी नौकरियां भी पैदा होंगी। इससे भी होटल ढाबों और परिवहन क्षेत्र को सीधा लाभ मिलेगा। एक्सप्रेसवे को 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाले वाहनों के लिए बनाया गया है। इसके बन जाने के बाद मेरठ से प्रयागराज का सफर 8 घंटे में होगा। यात्रियों का समय बचेगा और इससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
बिजली और अन्य सुविधाओं का भी होगा विस्तार
नए औद्योगिक हब वेयरहाउस और लॉजिस्टिक पार्क एक्सप्रेसवे के किनारे बनाए जाएंगे। इसके अलावा इंटरनेट पानी और बिजली की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया जाएगा जिससे आसपास के क्षेत्रों में विकास को तेज किया जाएगा। शाहजहांपुर में एक आपातकालीन एयरस्ट्रिप बनाया जाएगा जिससे सैन्य और अन्य विमानों को उतरने की अनुमति मिलेगी। एक्सप्रेसवे पर मेरठ और प्रयागराज में मुख्य टोल प्लाजा बनाए जाएंगे जबकि बारह अन्य स्थानों पर रैंप टोल प्लाजा बनाए जाएंगे।