पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड निकला पाक का पूर्व कमांडो | cliQ Latest

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पहलगाम में 26 लोगों की जान लेने वाले भीषण आतंकी हमले के पीछे अब पाकिस्तान के एक पूर्व सैनिक का नाम सामने आया है। जांच एजेंसियों ने इस हमले के मास्टरमाइंड के रूप में हाशिम मूसा की पहचान की है, जो पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स ‘स्पेशल सर्विस ग्रुप’ (SSG) का पूर्व पैरा कमांडो रह चुका है। फिलहाल वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के लिए काम कर रहा है। उसकी संलिप्तता को लेकर सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह एक बार फिर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की भूमिका को उजागर करता है, जो जम्मू-कश्मीर में बाहरी नागरिकों को निशाना बना रही है।

SSG की ट्रेनिंग से बना खतरनाक आतंकी

सूत्रों के अनुसार, हाशिम मूसा को पाकिस्तान की सबसे खतरनाक फोर्स SSG में गोरिल्ला युद्ध, लंबे समय तक कठिन हालात में टिके रहने और गुप्त अभियानों की कठोर ट्रेनिंग मिली है। इन क्षमताओं ने उसे एक खतरनाक आतंकी में बदल दिया है, जो बड़े पैमाने पर योजनाबद्ध हमले अंजाम दे सकता है। अधिकारियों का मानना है कि SSG ने उसे लश्कर के हवाले किया ताकि वह कश्मीर घाटी में संवेदनशील ऑपरेशनों का नेतृत्व कर सके।

पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जिन संदिग्धों की तस्वीरें जारी कीं, उनमें हाशिम मूसा के साथ दो और आतंकियों के नाम सामने आए—अली भाई उर्फ तल्हा और आदिल हुसैन ठोकर, जो घाटी का ही निवासी है। बताया जा रहा है कि इस गिरोह ने खासतौर पर बाहरी पर्यटकों को निशाना बनाया, जो पिछले कई हमलों की रणनीति से मेल खाता है।

पहले के हमलों से भी जुड़ा रहा है नाम

सूत्रों का कहना है कि हाशिम मूसा का नाम अक्टूबर 2024 में हुए दो बड़े आतंकी हमलों से भी जुड़ा है। पहला हमला गंगंगीर, गांदरबल में हुआ था, जहां छह बाहरी मजदूरों और एक डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी। दूसरा हमला बुटा पथरी, बारामुला में हुआ था, जिसमें दो सैनिकों और दो कुलियों की जान गई। इन दोनों हमलों में पहले कोई स्पष्ट संबंध नहीं दिखा था, लेकिन अब हाशिम मूसा की मौजूदगी ने इन घटनाओं को जोड़ दिया है।

एक बार सुरक्षा बलों ने सोपोर में उसे घेर लिया था, लेकिन वह वहां से भाग निकला। जांचकर्ताओं का कहना है कि हाशिम मूसा की पाक-प्रशिक्षित अन्य आतंकियों जैसे अरबाज़ मीर और जुनैद भट से गहरी साठगांठ रही है। ये दोनों आतंकी 2018 में पाकिस्तान भाग गए थे और प्रशिक्षण के बाद घाटी लौटकर कई हत्याओं को अंजाम दिया।

अरबाज़ मीर को अनंतनाग में ज़ाहिद राशिद के साथ मारा गया, जबकि जुनैद भट दिसंबर 2024 में डाचा गाम में मारा गया। वह गंगंगीर समेत कई नागरिक हत्याओं में शामिल था। ये सभी घटनाएं इस ओर इशारा करती हैं कि ISI के इशारे पर पाकिस्तानी प्रशिक्षित घुसपैठिए जम्मू-कश्मीर में आतंकी नेटवर्क चला रहे हैं, और हाशिम मूसा इस खतरनाक जाल की अगली कड़ी बन चुका है।

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