जबलपुर: स्टॉक ट्रेडिंग में एआई की एंट्री ने बढ़ाई डेटा एनालिसिस और स्मार्ट डिसिजन पावर
जबलपुर. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बाद तकनीक के क्षेत्र में निरंतर क्रांति के नए आयाम सामने आए हैं। ऐसी ही क्रांति स्टॉक ट्रेडिंग के रूप दिख रही है। इस क्षेत्र में एआई का इस्तेमाल जहां ट्रेडर्स को पूर्वानुमान करने में मददगार साबित हो रहा है, वहीं उनके लिए वन क्लिक में डेटा भी उपलब्ध करवा रहा है। शहर के ट्रेडर्स ने इसे अपनाया है और अब ट्रेडिंग से जुड़ी समस्याओं को आसान तरीके से पूरा कर रहे हैं। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रेडिंग में एआई आ इस्तेमाल नफा के साथ नुकसान से भी जुड़ा है। ऐसे में पूरी तरह इस पर निर्भर ना होकर स्वयं के विवेक से भी काम लेना उचित होगा।
**फायदेमंद**
* ट्रेडिंग
* स्ट्रेटेजी मार्केट एनालिसिस
* स्टॉक चयन
* निवेश
* पोर्टफोलियो निर्माण
**क्या है एआई ट्रेडिंग**
इन दिनों एआई का इस्तेमाल हर क्षेत्र में हो रहा है। ट्रेडिंग में मार्केट डेटा और एनालिसिस करने के लिए कंप्यूटर एल्गोरिदम और सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है। यह मशीन लर्निंग के जरिए मार्केट ट्रेंड की एक तरह से भविष्यवाणी करता है। इसमें ट्रेडर्स को मशीन लर्निंग में प्रशिक्षित किया जाता है, ताकि वे मार्केट एनासिसिस को समझ सकें।
**इस तरह होता है काम**
* एआई ट्रेडिंग करने वाली कम्पनीज की हिस्ट्री ट्रेडर्स को उपलब्ध करवाता है
* इससे पैटर्न की पहचान करने में मदद मिलती है और कम्पनी में अप एंड डाउन की स्थिति पता चलती है
* ट्रेडर्स को पूर्वानुमान लगाने में भी सहूलियत होती है।
**नफा है तो नुकसान भी**
* सटीक जानकारी देने के बाद भी एआई मार्केट जोखिमों को भापने में सक्षम नहीं होता, जिसके कारण नुकसान अब भी उठाना पड़ता है।
* एआई सिस्टम निर्धारित नियमों पर ट्रेडिंग करता है। इसके लिए ट्रेडर्स मार्केट में होने वाले परिवर्तनों का अंदाजा आसानी से नहीं लगा सकते हैं।
**एक्सपर्ट व्यूज**
* प्रोजेक्ट में समाहित की गणनाएं
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से हर क्षेत्र में बदलाव आ रहे हैं। शेयर ट्रेडिंग भी इससे अछूता नहीं है। इसी बात को ध्यान में रखकर जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के एआई विभाग द्वारा एआई स्टॉक ट्रेडिंग पर आधारित प्रोजेक्ट भी तैयार किया गया है। यह प्रोजेक्ट गणनाओं पर आधारित है। इसमें केस हिस्ट्री, भविष्यवाणी, विश्लेषण को शामिल किया गया है।
* मार्केट का मिलता अनुमान
एआई की मदद से स्टॉक ट्रेडिंग करना आसान हो गया है। यह एक तरह के ज्योतिष की तरह भविष्यवाणी करता है, जिसमें साल भर की जानकारी मिल जाती है। इसके नुकसान भी हैं क्योंकि ढ़ेर सारा डेटा कलेक्शन होने के कारण दुविधा की स्थिति बनी रहती है। एआई की मदद से जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो मार्केट के अनुमान को स्वयं के स्तर पर आंका जाता है।
* तकनीक को पंख लगे हैं
स्टॉक ट्रेडिंग में एआई के इस्तेमाल ने निश्चित तौर पर तकनीक को पंख लगाने का काम किया है। चीजें पहले से आसान और तेज हो चुकी हैं। जिन पूर्वानुमान और विश्लेषण के लिए पहले काफी समय और मुश्किलें हुआ करती थीं, वह अब सॉफ्टवेयर के जरिए मिल रहा है। यह आदेश देकर डेटा को अपने स्तर पर देता है। एआई का नुकसान यह है कि इसके कारण ओवर ट्रेडिंग बढ़ गई है।
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