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हीरों से मालामाल एक देश जहां हज़ारों औरतें सेक्स वर्कर बनने पर हैं मजबूर

BBC इसाटा को बताया गया कि उसे अपने तस्करों को काफ़ी पैसे देने होंगे

क़रीब 20 साल की सिंगल मदर इसाटा, सिएरा लियोन में सेक्स वर्कर्स की भयावह ज़िंदगी का प्रतीक हैं.

उनके साथ मारपीट की गई, उन्हें लूटा गया, अपहरण किया गया, दूसरे देश में वो तस्करी की गईं, उन्हें वहां से बचाया गया, एक बार फिर से तस्करी की गईं और फिर उन्हें बचाया गया.

इन सबके बीच उन्हें एक ख़तरनाक ड्रग 'कुश' की लत लग गई, ये वो नशा है जो पश्चिम अफ़्रीकी देशों में तबाही मचा रहा है.

बीबीसी अफ़्रीका आई ने सिएरा लियोन की राजधानी फ्रीटाउन से क़रीब 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मकेनी शहर में सेक्स वर्कर्स के एक समूह की ज़िंदगी को क़रीब से देखा.

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ये शहर एक ऐसे इलाक़े में हैं जहां हीरे पाए जाते हैं, वो हीरे जिन्होंने सिएरा लियोन के गृहयुद्ध को भड़काया था.

वो एक ऐसा संघर्ष था जिसके डरावने नतीजे आज तक महसूस किए जाते हैं.

परिवार चलाने के लिए बहुत कुछ झेल रही हैं ये महिलाएं

मकेनी में रहने वाले सैकड़ों सेक्स वर्कर्स में से इसाटा एक हैं. हमने जिन महिलाओं से बात की उनकी ही तरह इसाटा ने भी अपना केवल पहला नाम इस्तेमाल करना चुना.

वो कहती हैं, ''मैं जो भी त्याग कर रही हूं, अपनी बेटी के लिए कर रही हूं. मैंने सड़कों पर बहुत दर्द सहा है.''

वो आगे कहती हैं, ''मैं एक क्लब में एक शख़्स से मिली. उसने मेरे कपड़े फाड़ दिए. मेरी ब्रा से पैसे निकाल लिए. मैं उससे ख़ुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी. उसने अपनी बंदूक से मुझे पीछे मारा. वो मुझे मार डालना चाहता था.''

ये बेहद ख़तरनाक ज़िंदगी है, जिन महिलाओं से हम मिले, उनमें से कुछ को एचआईवी संक्रमण हो चुका है. कुछ मारी जा चुकी हैं.

बहुत सी महिलाओं को ऐसा लगता है कि उनके पास बहुत कम विकल्प हैं.

शहर के एक अंधेरे और दलदले इलाक़े में दो सेक्स वर्कर्स ने एक जगह की ओर इशारा किया जहां ज़मीन पर अनाज की खाली बोरियां बिछी हुई हैं.

उनमें से एक युवती माबिन्टी ने बताया कि ये वही जगह है जहां वो दोनों साथ-साथ काम करती हैं. वो बताती हैं कि एक रात में दस पुरुषों से वो मिलती हैं.

एक पुरुष एक बार के लिए एक डॉलर देता है.

वो ये कोशिश करती हैं कि ठीक-ठाक पैसे कमा लें ताकि अपने बच्चों की मदद कर सकें. उनके छह बच्चे थे लेकिन तीन मर चुके हैं. बाकी के तीन स्कूल जाते हैं.

वो कहती हैं, ''एक बच्चे ने अभी अपनी परीक्षा दी है. मैं सेक्स नहीं बेचती तो मेरे पास बच्चे को स्कूल भेजने के पैसे नहीं होते. ये मेरा दर्द है.''

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  • BBC इसाटा का कहना है कि अपनी बेटी को पालने के लिए उन्हें दोबारा सेक्स वर्क में आना पड़ा सेक्स वर्क करने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ी है

    एक अनुमान के मुताबिक़, सिएरा लियोन में हज़ारों महिलाओं ने सेक्स वर्क को अपनाया है.

    इनमें से कई युवतियां ऐसी हैं जो युद्ध के बाद अनाथ हो चुकी हैं. ऐसा युद्ध जिसने पचास हज़ार से ज़्यादा लोगों की जान ली और 2022 में जब ये ख़त्म हुआ उससे पहले इस युद्ध ने देश की क़रीब आधी आबादी को विस्थापित कर दिया था.

    चैरिटी समूहों का कहना है कि ईबोला और कोरोना वायरस महामारी के कारण पड़े आर्थिक बोझ की वजह से सेक्स वर्क करने वाली लड़कियों की संख्या बढ़ी है.

    दूसरे ऐसे संकट की तरह इस संकट का भी असर महिला आबादी पर ज़्यादा पड़ा है.

    इस देश में सेक्स वर्क ग़ैर-कानूनी नहीं है लेकिन इन महिलाओं को समाज से अलग समझा जाता है. सरकार या समाज से उन्हें बहुत कम सहायता मिलती है.

    पहली बार जब इसाटा को मानव तस्करी का सामना करना पड़ा

    2020 में इसाटा से मिलने के कुछ समय बाद ही, उनका एक अपराधी गिरोह ने अपहरण कर लिया और सेक्स ग़ुलाम की तरह गांबिया, सेनेगल और आख़िर में माली में बेच दिया.

    उन्होंने किसी तरह फोन तक पहुंच बनाई और अपने हालात के बारे में बताया.

    उन्होंने बताया, ''जिस रह से वो हमारे पास आते हैं, लगता है हमें मार ही देंगे. मैं बहुत दर्द झेल रही हूं.''

    बीबीसी अफ़्रीका आई ने तब उनको ढूंढा और संयुक्त राष्ट्र का निकाय, इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजे़शन ऑफ माइग्रेशन (आईओएम) की मदद से उन्हें वापस सिएरा लियोन लाया गया.

    उन्होंने सेक्स वर्क छोड़ दिया था लेकिन जब हमने उनसे साल 2021 में मुलाकात की, तो वो एक स्थानीय रसोई में खाना बनाकर अपनी बेटी की देखभाल के लिए बहुत मुश्किल से पैसे जुटा पा रही थीं.

    अगली बार साल 2023 में हमें इसाटा के बारे में जानकारी मिली, वो तब तक 'कुश' के नशे में फंस चुकी थीं और दोबारा सेक्स वर्क में लौट आई थीं. 'कुश' एक ऐसा नशे वाला पदार्थ है, जो सस्ते में बिकता है और इसमें इंसान की हड्डियां भी पाई जा सकती हैं.

    ये ड्रग सिएरा लियोन में इतनी बड़ी समस्या है कि राष्ट्रपति ने इसे राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है.

    इसी नशे की लत में इसाटा ने अपने सबसे छोटे बच्चे को छोड़ दिया. वो चार महीने का था, उसकी देखभाल इसाटा की मां पोसेह कर रही थीं.

    पोसेह कहती हैं, ''सड़क पर बीतती ज़िंदगी ने उसे कुश पीने पर मजबूर कर दिया. तनाव वजह है.''

    BBC नाटा की बेटी कहती है कि वो बड़े होकर वकील बनना चाहती है 'मैं स्मोकिंग करती हूं ताकि भूल सकूं'

    नाटा भी क़रीब बीस साल की हैं और सिंगल मदर हैं. उनकी तीन बेटियां हैं.

    हम उनके घर पर उनसे तब मिले, जब वो बाहर काम करने जाने के लिए तैयारी कर रही थीं.

    वो कहती हैं, ''मैं चाहती हूं कि मेरे बच्चे अपनी ज़िंदगी में कुछ अच्छा करें. मैं उम्मीद करती हूं मेरी प्रार्थनाएं, ऊपरवाला सुनेगा.''

    उनकी बेटी अपनी मां को मेकअप करते हुए देखती है. वो हमसे कहती है कि वो बड़ी होकर वकील बनना चाहती है.

    वो कहती है, ''मैं अपनी मां की मदद करना चाहती हूं.''

    शहर के एक और हिस्से में हमने एक और 10 साल की लड़की से मुलाकात की. उसका नाम था- रुगियाटु.

    उसकी मां गिना भी सेक्स वर्कर थीं, साल 2020 में महज़ 19 साल की उम्र में उनकी हत्या कर दी गई.

    रुगियाटु कहती है, ''मेरे मां और पिता अब मर चुके हैं. सिर्फ़ दादी हैं. अगर वो मर जाती हैं तो मुझे सड़क पर भीख मांगनी पड़ेगी. मैं नहीं चाहती कि मुझे सड़क पर मार दिया जाए.''

    जब हमने नाटा को दूसरी बार देखा तो पहचान ही नहीं सके. वो भी कुश की गिरफ़्त में पड़ चुकी थीं.

    उन्होंने तब हमसे कहा, ''मैं इस तरह से जी कर खुश नहीं हूं, लेकिन मैं ज़्यादा सोचना नहीं चाहती. कभी कभी मैं रोती हूं और याद करती हूं. इसलिए मैं स्मोकिंग करती हूं ताकि भूल सकूं.''

    उनकी तीन बेटियों को अब रिश्तेदारों के साथ रहना पड़ रहा है.

    जब दूसरी बार इसाटा को मानव तस्करी का सामना करना पड़ा
    BBC रुगियाटु को डर है कि कहीं उनके माता-पिता की तरह ही उन्हें न मार दिया जाए

    फिर, 2024 की शुरुआत में इसाटा के लिए बुरी ख़बर आई. उन्हें एक बार फिर तस्करी का सामना करना पड़ा. उनसे तस्करों ने वादा किया कि नैनी के काम के लिए उन्हें घाना ले जाया जा रहा है लेकिन उन्हें माली ले जाया गया और सोने की खान वाले इलाक़े में सेक्स वर्क के लिए मजबूर किया गया.

    इसाटा ने हमें फोन पर कहा, ''मैं घर वापस जाना चाहती हूं. मैं भीख मांग रही हूं, मुझे पछतावा हो रहा है.''

    उन्होंने बताया कि वो तब चिंता में आ गई थीं, जब जिस आदमी ने उन्हें नैनी के काम का वादा किया था, वो उन्हें हर पुलिस चेक प्वाइंट्स और सीमा चौकियों से बचाते हुए ले जा रहा था.

    इसाटा ने आगे बताया, ''उसने हमें एक जॉय नाम की नाइजीरियन महिला को सौंप दिया.''

    ''हमने पूछा: 'तुमने हम लोगों से कहा था कि नैनी के काम के लिए घाना ले जा रहे हो, क्या ये घाना है?'''

    ''जॉय ने तब हमसे पूछा, 'क्या हमें नहीं बताया गया था कि हम सेक्स वर्क के लिए जा रहे हैं' तब मैंने कहा, 'नहीं'"

    ''जॉय ने कहा, 'जाओ कुछ और पैसा लाओ और मुझे दो'.''

    कई तस्करी की गई महिलाओं की ही तरह इसाटा को भी बताया गया कि अगर उन्हें अपनी आज़ादी चाहिए तो इसके लिए तस्करों को एक बड़ी रक़म चुकानी होगी.

    उन्होंने इसाटा को 1700 डॉलर देने के लिए कहा.

    इस रक़म के लिए उन्हें सैकड़ों पुरुषों के साथ सेक्स करना पड़ता. तस्करों ने उन्हें बताया कि ये पैसा तीन महीने में ही चुकाना होगा.

    संयुक्त राष्ट्र का निकाय, इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजे़शन ऑफ माइग्रेशन (आईओएम), तस्करों के क़ब्ज़े में चले गए लोगों की मदद करता है.

    आईओएम का कहना है कि हर साल बच्चों समेत हज़ारों सिएरा लियोन के लोग मानव तस्करी का शिकार होते हैं.

    इन लोगों का या तो अपहरण होता है या इन्हें बेहतर नौकरी के वादे के साथ देश के बाहर ले जाया जाता है. लेकिन बाद में इन्हें विदेश में बेच दिया जाता है. जहां ये लोग या तो मज़दूरी करते हैं या इन्हें यौन शोषण का सामना करना पड़ता है.

    इनमें से कई ऐसे होते हैं जो अपने घर दोबारा नहीं लौट पाते.

    इसाटा सौभाग्यशाली हैं कि आख़िरकार वो मकेनी लौट सकीं और अब वो अपने दो बच्चों और मां के साथ रह रही हैं.

    बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

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