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विनेश फोगाट के कांग्रेस में जाने पर बृजभूषण शरण सिंह से लेकर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बोले

ANI बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों के प्रदर्शन के लिए कांग्रेस को ज़िम्मेदार ठहराया है

कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि ‘अब ये साफ़ हो गया है कि खिलाड़ियों के आंदोलन के पीछे कांग्रेस थी.’

हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार को विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई को साक्षात्कार में कई बातें कहीं.

जहां विनेश फोगाट को कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में जुलाना से टिकट दिया है तो वहीं बजरंग को पार्टी में ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का कार्यकारी चेयरमैन बनाया गया है.

कांग्रेस में शामिल होने के बाद फोगाट ने बृजभूषण के ख़िलाफ़ ‘लड़ाई को जारी रखने और इसे अंजाम तक पहुंचाने’ की बात कही, साथ ही बीजेपी पर भी निशाना साधा.

विनेश फोगाट के कांग्रेस में जाने के बाद समाचार एजेंसी एएनआई से एक साक्षात्कार में बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “18 जनवरी 2023 को जब जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन शुरू हुआ था, तो मैंने पहले ही दिन कहा था कि ये खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है इसके पीछे कांग्रेस है. ख़ासतौर पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इसके पीछे हैं.”

पूर्व भाजपा सांसद ने कहा, “आज यह बात सच भी साबित हुई कि हमारे ख़िलाफ़ इस षड्यंत्र में दीपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस शामिल थी.”

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कांग्रेस पर निशाना ANI बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है कि 'पहलवानों के आंदोलन के पीछे की पटकथा भूपेंद्र सिंह हुड्डा की है'

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “मैं हरियाणा की जनता को कहना चाहता हूं कि भूपेंद्र हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा, बजरंग या विनेश ये लड़कियों के सम्मान के लिए नहीं बैठे थे.”

उन्होंने दावा किया, “ये लोग इसका क्या जवाब देंगे कि जिस दिन की घटना का आरोप मेरे ऊपर लगाया जा रहा है उस दिन मैं दिल्ली में मौजूद ही नहीं था. राजनीति के लिए इन्होंने बेटियों का इस्तेमाल किया और बदनाम किया. ख़ासतौर पर महिला खिलाड़ियों के सम्मान को ठेस पहुंचाया.”

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि 'ये महिला खिलाड़ियों के सम्मान के लिए नहीं लड़ रहे थे. ये राजनीति के लिए लड़ रहे थे. इनकी पूरी स्क्रिप्ट कांग्रेस ने लिखी थी.'

उन्होंने कहा कि हरियाणा चुनावों में प्रचार के लिए बीजेपी उन्हें बुलाएगी तो वो जा सकते हैं, हालांकि उनका कहना था कि बीजेपी के पास बहुत नेता हैं. लेकिन कांग्रेस को एक दिन पछताना पड़ेगा.

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “बेटियों का गुनाहगार मैं नहीं हूं. अगर कोई है तो वो बजरंग हैं, विनेश हैं, ये आंदोलनकारी हैं. और इसकी पटकथा लिखने वाले भूपेंद्र सिंह हुड्डा ज़िम्मेदार हैं, मैं नहीं हूं.”

विनेश और बजरंग पर लगाए आरोप ANI विनेश फोगाट के साथ बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने जंतर मंतर पर कई दिनों तक प्रदर्शन किया था

भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, “18 जनवरी को जब जंतर मंतर पर प्रदर्शन हुआ था तो तमाम लोगों को लगा था कि शायद इसमें सच्चाई है. महिलाओं के साथ, बेटियों के साथ बदतमीज़ी हुई है, आज वे लोग अभी छले महसूस कर रहे हैं.”

ये पूछने पर कि, पहलवानों के विरोध प्रदर्शन की वजह से ओलंपिक में भी कहीं न कहीं इसका नुकसान हुआ, उसकी भरपाई कौन करेगा? बृजभूषण ने बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट पर कई आरोप लगाए.

उन्होंने कहा, “इन्होंने हरियाणा, खेल के कारण या खेल के क्षेत्र में भारत का मुकुट है. और इन्होंने जिस तरह लगभग पौने दो साल तक कुश्ती गतिविधि को ठप कर दिया, क्या ये सही नहीं है कि एशियन गेम्स में बजरंग पूनिया बिना ट्रायल के गए थे. क्या ये सत्य नहीं है.”

“कुश्ती के जानकारों से मेरा पूछना है कि.. विनेश फोगाट से पूछना चाहता हूं कि.. क्या एक खिलाड़ी एक दिन में दो वेट कैटेगरी में ट्रायल दे सकता है, क्या वज़न के बाद पांच घंटे तक कुश्ती रुकवाई जा सकती है. क्या इसमें आपने हक़ नहीं मारा, क्या पांच घंटे तक कुश्ती नहीं रुकवाई, क्या रेलवे के रेफ़रियों का इस्तेमाल नहीं किया गया?"

उन्होंने कहा, "आप कुश्ती जीत करके नहीं गई थीं, आप चीटिंग करके गई थीं. जूनियर खिलाड़ियों का हक़ मार कर गई थीं, भगवान ने वही सज़ा दी है आपको.”

विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में पदक हासिल करने से चूक गई थीं. पचास किलो भार वर्ग में सिर्फ 100 ग्राम अधिक वज़न होने की वजह से उन्हें फाइनल में पहुंच कर भी अयोग्य करार दिया गया था.

कांग्रेस का जवाब
ANI पवन खेड़ा ने कहा कि "अगर कांग्रेस पहलवानों के साथ नहीं खड़ी हो सकती तो किस बात की राजनीति हम कर रहे हैं"

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बृजभूषण सिंह के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, "ये आज की बात नहीं है. आज़ादी के आंदोलन में भी कांग्रेस अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ खड़ी थी और ये उसके साथ खड़े थे."

"जो ग़लत करता है भाजपा उसके साथ होती है और वो भाजपा के साथ होता है. जिसके साथ ग़लत होता है कांग्रेस उसके साथ लड़ती है उसकी आवाज़ उठाती है इसीलिए वे कांग्रेस को पसंद करते हैं."

"छह-छह खिलाड़ियों ने एफ़आईआर दर्ज कराई थी. उसमें बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ गंभीर धाराएं लगी हुई हैं. हमें गर्व है कि हम अपनी बेटियों के साथ खड़े थे, खड़े हैं और खड़े रहेंगे."

"बृजभूषण शरण सिंह को जहां चुनाव प्रचार करना है वे करें. लोगों को भी पता चलना चाहिए कि कौन महिलाओं के साथ खड़ा है और कौन उनकी आवाज़ को उठाता है.

बृजभूषण के हुड्डा परिवार को निशाने पर लिए जाने पर पवन खेड़ा ने कहा, "अगर समाज में किसी के साथ ग़लत होता है तो कोई भी ज़िम्मेदार नेता ज़रूर उसकी आवाज़ उठाएगा. खु़द प्रियंका गांधी पहलवानों के धरने पर जाकर बैठीं. इसमें क्या ग़लत है, यही तो करना चाहिए. अगर हम अत्याचार और अपराध के ख़िलाफ़ उठाई जाने वाली आवाज़ के साथ शामिल नहीं हो सकते तो हम भला किस बात की राजनीति कर रहे हैं?"

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ने क्या कहा? ANI कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि 'पहलवानों का पूरा आंदोलन राजनीति से प्रेरित था'

वहीं भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा, “यह तो होना ही था. पूरे देश में सबको पता है कि यह आंदोलन कांग्रेस के इशारे पर हो रहा था और उसके पूरे कर्ता-धर्ता दीपेंद्र हुड्डा और पूरी हुड्डा फेमिली थी. इसकी चिंगारी हरियाणा से लगाई गई. इस धरने की नींव उसी दिन पड़ गई थी जिस दिन हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण सिंह की तारीफ़ की थी और कहा था कि कुश्ती सुरक्षित हाथों में है. यह ओलंपिक का साल था और आंदोलन करके जो पांच छह मेडल आने वाले थे, उसे भी डिस्टर्ब किया गया.”

“अब जो होना था हो चुका है. नए जूनियर खिलाड़ी उबर गए हैं और अब इनका कुश्ती संघ या खिलाड़ियों पर कोई असर नहीं होने वाला है.”

उन्होंने कहा, “पहले दिन कहा गया कि ये बिना ट्रायल के जाना चाहते हैं. ये कैंप में नहीं रहना चाहते थे. जिस तरह से ट्रायल में ये गईं, उसे भी पूरे देश ने देखा.”

“बृजभूषण शरण सिंह बीजेपी से जुड़े थे, लेकिन मैं तो किसी भी पार्टी से नहीं जुड़ा था, तो फिर मेरा विरोध क्यों किया गया. मैंने शुरू से कहा कि जब कुश्ती महासंघ अध्यक्ष ने कुश्ती से किनारा कर लिया तो ये लोग भी खेल खेलते, इसमें राजनीति को क्यों लाया गया. यह पूरा आंदोलन राजनीति से प्रेरित था.”

उन्होंने कहा, “जब बृजभूषण सिंह ने कुश्ती से किनारा किया तो ये मुद्दा ख़त्म हो जाना चाहिए था, लेकिन उसके पीछे कांग्रेस थी, इसलिए वो संजय सिंह के भी पीछे पड़ गए. आंदोलन की वजह से कुश्ती में कोई एक्टिविटी नहीं हो पाई, न कोई कैंप हुआ, न खिलाड़ी विदेश में मैच खेलने गए.”

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    कांग्रेस में शामिल होते समय विनेश फोगाट ने बृजभूषण और बीजेपी पर निशाना साधा था.

    उन्होंने कहा, “मैंने पहले भी यही बोला था कि हमारी लड़ाई अभी ख़त्म नहीं हुई है. कोर्ट में केस चल रहा है, बीजेपी की पूरी पार्टी बृजभूषण को समर्थन कर रही है. हमारे साथ में पूरा विपक्ष खड़ा है और जब हम सड़क पर घिसट रहे थे तो कांग्रेस पार्टी पहली पार्टी थी जो समर्थन में खड़ी थी. आज हमारा परिवार हमारे समर्थन में खड़ा है तो हमें एक ताक़त मिलेगी, हौसला मिलेगा. उस लड़ाई को हम अंजाम तक पहुंचाएंगे.”

    फोगाट ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मैं उस पार्टी और विचारधारा में हूं जो महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय और उनके साथ हो रहे बुरे बर्ताव में साथ खड़ी है और सड़क से संसद तक लड़ने को तैयार है.”

    शनिवार को उन्होंने एक्स पर लिखा, "कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से महिलाओं और खिलाड़ियों के अधिकारों और उनकी आवाज़ को मज़बूती से उठाया है. इस विचारधारा से प्रेरित होकर, मैं कांग्रेस के साथ मिलकर देश-प्रदेश के खिलाड़ियों और महिलाओं की बेहतरी के लिए कार्य करने का दृढ़ संकल्प लेती हूँ. मेरा उद्देश्य इस दिशा में सकारात्मक बदलाव लाना और इस सब में आ रही समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करना है."

    विरोध प्रदर्शन में विनेश फोगाट का साथ देने वाली पहलवान साक्षी मलिक ने कहा है कि "ये उनका चुनाव है. उनको वहां बेहतर लगा तो वहां जॉइन करने का फैसला किया है."

    बीजेपी नेताओं की सधी प्रतिक्रिया ANI हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विनेश को 'हमारी बेटी' कहा लेकिन साथ ही कांग्रेस पर भी निशाना साधा

    जब शुक्रवार को विनेश फोगाट ने कांग्रेस जॉइन किया तो हरियाणा के बीजेपी नेताओं ने बहुत सधी प्रतिक्रिया दी.

    मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की पहली प्रतिक्रिया थी, "अलग अलग व्यक्ति का मत होता है किस विचार के साथ जुड़ना है. लेकिन कांग्रेस को अपनी मंशा स्पष्ट करनी चाहिए."

    एक अन्य समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “वे हमारे खिलाड़ी हैं और हरियाणा के हीरे हैं और देश की सान हैं. उन्होंने देश का नाम ऊंचा किया है. लेकिन कांग्रेस राजनीति करती है, ये दुर्भाग्यपूर्ण है. हमने तभी कहा था कि हमारी बेटी हमारी शान है, दुनिया में भारत का नाम किया है.”

    “तभी मैंने कहा था कि हम सम्मान की नज़र से देखेंगे. क्योंकि अगर वो हिस्सा (ओलंपिक के कुश्ती फ़ाइनल में) लेतीं तो जीततीं. हमने उनके सम्मान को बढ़ाया है.”

    हरियाणा के पूर्व मंत्री बीजेपी नेता अनिल विज ने कहा, “कोई भी किसी पार्टी को जॉइन कर सकता है, यह उनका मामला है.”

    हालांकि उससे एक दिन पहले अनिल विज ने कहा था, “कांग्रेस पहले दिन से ही इनके पीछे थी और इनके उकसाने से वो आंदोलन चल रहा था. लेकिन उसका जल्द ही फैसला हो जाता. अगर वो देश की बेटी से कांग्रेस की बेटी बनना चाहती हैं तो हमें क्या ऐतराज है.”

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  • विनेश, बजरंग और साक्षी के आरोपों के बाद बबीता फोगाट बन कर आईं सरकारी मध्यस्थ
  • हरियाणा विधानसभा चुनाव पर असर X/CONGRESS कांग्रेस की सदस्यता लेने से पहले बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिलने पहुंचे थे

    हरियाणा में 90 विधानसभा सीटे हैं. बीजेपी ने कुछ दिन पहले 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी उसके बाद टिकट कटने वाले कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया.

    प्रदेश बीजेपी में बग़ावतों का दौर अभी चल ही रहा है.

    वहीं विनेश फोगाट के कांग्रेस का दामन थामने और चुनावी मैदान में उतरने से राजनीतिक परिस्थिति पर कितना असर पड़ेगा, ये आने वाले वक़्त में पता चलेगा.

    लेकिन हरियाणा की राजनीति पर क़रीबी नज़र रखने वाले वहीं के पत्रकार कुमार मुकेश बीबीसी संवाददाता संदीप राय से कहते हैं कि 'इससे ओलंपिक खेलों के बाद विनेश के पक्ष में बने सेंटीमेंट का कांग्रेस को फायदा होगा.'

    बीबीसी से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हरियाणा में किसान पहले से ही कांग्रेस के साथ हैं. पहलवानों के विरोध प्रदर्शन को किसानों ने समर्थन दिया था. विनेश की छवि एक किसान की बेटी की है.”

    "ऐसे में विनेश को टिकट देने से किसानों के बीच कांग्रेस की छवि और पुख़्ता होगी और इससे राज्य में अन्य क्षेत्रों में भी उसे फायदा मिलेगा."

    वो कहते हैं, “शायद यही वजह है कि बीजेपी की ओर से इस मुद्दे पर न तो पक्ष में और ना ही विपक्ष में कोई बयान दिया जा रहा है. और निशाने पर कांग्रेस को रखा जा रहा है. लेकिन आने वाले समय में राजनीतिक तस्वीर और दिलचस्प होने जा रही है.”

    बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

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